उसे इश्क था
वक्त ए रूखसत
कह न पायी
दूर जाओगे
मैं हर जगह हू
भाग पाओगे
जब भी जाना
वादा करके जाना
जल्दी से आना
गंगा मइया
आज के जमाने में
मैली हो गयीं
नेताजी आए
झोली भर के लाए
वादों का ढेर।
आम लोग भी
महान बनते हैं
आप क्यों रूके
सोने से मैंने
मिट्टी बनते देखा
मिट्टी से सोना
कुछ बोलिए
चुप्पी से क्या होगा
दम चाहिए
वो गरीब है
उसका बापू भी था
क्या लडका भी
चलता रहा
यहां से वहां तक
कोइ न मिला